भारत में एलपीजी की कीमत सरकारी तेल कंपनियों द्वारा निर्धारित की जाती है और मासिक आधार पर संशोधित की जाती है। भारत में लगभग सभी घरों में एलपीजी कनेक्शन है और इसका उपयोग मुख्य रूप से खाना पकाने के लिए किया जाता है। एलपीजी की कीमतों में वृद्धि आम आदमी को सामान्य रूप से प्रभावित करेगी क्योंकि उन्हें मौजूदा बाजार परिदृश्य में ईंधन की बढ़ती कीमतों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इसका सबसे अच्छा हिस्सा यह है कि भारत सरकार वर्तमान में उपभोक्ताओं को घरेलू एलपीजी सिलेंडर की बिक्री पर सब्सिडी प्रदान कर रही है। सिलेंडर की खरीद के बाद सब्सिडी राशि सीधे व्यक्ति के बैंक खाते में जमा की जाती है। सब्सिडी की राशि हर महीने बदलती रहती है और यह विदेशी विनिमय दर के साथ जोड़े गए औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क एलपीजी कीमतों में बदलाव पर निर्भर है।
LPG Price Today 1 Nov 2022: दिवाली के बाद एलपीजी सिलेंडर के दामों में भारी कटौती की गई है। आज यानी 1 नवंबर से एलपीजी गैस सिलेंडर 115 रुपये सस्ता हो गया है। हालांकि, यह कटौती देश में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों (LPG latest price) में हुई है। घरेलू सिलेंडर के दामों में पिछले 6 जुलाई के बाद से कोई बदलाव नहीं हुआ है। IOCL के मुताबिक, आज 1 नवंबर से दिल्ली में इंडेन के 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर के दाम 115.5 रुपये, कोलकाता में 113 रुपये, मुंबई में 115.5 रुपये, चेन्नई में 116.5 रुपये कम में मिलेगा। इससे पहले 1 अक्टूबर को भी इस सिलेंडर के दाम 25 रुपये कम हुए थे। 14.2 किलो वाला घरेलू एलपीजी सिलेंडर पुराने दामों पर ही मिलेगा।
चार महानगरों में कमर्शियल सिलेंडर की नई कीमतें
दिल्ली में इंडेन का 19 किलो का सिलेंडर 1859.5 रुपये की जगह 1744 रुपये में मिलेगा।
कोलकाता में कमर्शियल सिलेंडर 1846 रुपये में मिलेगा। पहले यह 1995.50 रुपये में मिलता था।
वहीं, मुंबई में कमर्शियल सिलेंडर 1844 रुपये की जगह 1696 रुपये में मिलेगा।
चेन्नई में एलपीजी सिलेंडर 1893 रुपये में मिलेगा। इससे पहले 2009.50 रुपये में मिल रहा था।
14.2 किलो वाले सिलेंडर के रेट रुपये में
कोलकाता 1079
दिल्ली 1053
मुंबई 1052.5
चेन्नई 1068.5
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, त्योहारी सीजन के कारण आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने के कारण अक्टूबर की पहली छमाही में भारत में ईंधन की बिक्री बढ़ी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल की बिक्री में साल-दर-साल (YoY) 22-26 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि अक्टूबर 2022 की पहली छमाही में महीने-दर-महीने भी बढ़ोतरी हुई है. 1 से 15 अक्टूबर, 2022 के दौरान पेट्रोल की बिक्री 22.7 प्रतिशत बढ़कर 1.28 मिलियन टन हो गई है. जबकि इसी अवधि में साल 2021 में 1.05 मिलियन टन की खपत हुई थी.