टेरर फंडिंग ग्लोबल कांफ्रेंस में अमित शाह ‘भारत में आतंकी घटनाओं में आई कमी’

Amit Shah: केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि भारत काउंटर टेरेरिज्म का वैश्विक केन्द्र बनेगा. संयुक्त राष्ट्र ने भी काउंटर टेरर का ढांचा विकसित किया है. इसको और मजबूत होना है.

Terror Funding Global Conference: भारत (India) के गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने नो मनी फॉर टेरर कॉन्फ्रेंस (No Money For Terror Conference) को संबोधित करते हुए आतंकवाद पर कड़ा प्रहार किया. अमित शाह ने पीएफआई (PFI) का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सामाजिक गतिविधियों की आड़ में कट्टरता फैलाने वाली संस्था पर भारत ने कड़ी कार्रवाई की है. दूसरे देशों को भी ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि भारत काउंटर टेरेरिज्म (Counter Terrorism) का वैश्विक केंद्र बनेगा. संयुक्त राष्ट्र ने भी काउंटर टेरर का ढांचा विकसित किया है. इसको और मजबूत होना है.

अमित शाह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें टेरर को रोकने के लिए मिलकर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हम इस पर बहुत तेजी से काम करने वाले हैं. मेरा मानना है कि आतंकवाद की कोई सीमा नहीं होती, इसलिए राजनीति को भुलाकर हमें मिलकर आतंकवाद को मिटाने के लिए काम करना होगा. गृहमंत्री ने कहा कि आतंकवाद ने आज एक ऐसा विकराल रूप धारण किया है, जिसका प्रभाव हर स्तर पर ​हमें दिखाई पड़ता है. आतंकवाद, लोकतंत्र, मानव अधिकार, आर्थिक प्रगति और विश्व शांति के खिलाफ सबसे बड़ा नासूर है.  

‘आतंकवाद विश्व शांति के खिलाफ’

नो मनी फॉर टेरर कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए अमित शाह ने एक रिपोर्ट के हवाले से कहा कि दुनिया भर के क्रिमिनल 2 से 3 ट्रिलियन डालर की लॉन्ड्रिंग करते हैं, जिसमें आतंकवाद प्रमुख है. कुछ देशों ने टेररिज्म को अपनी नीति बनाई है, ऐसा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नारकोटिक्स और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है. अमित शाह ने कहा कि मेरा स्पष्ट मानना है कि आतंकवाद विश्व शांति के खिलाफ है, कोई भी इसे अकेले नहीं हरा सकता, सबको कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा. 

भारत में आतंकवादी घटनाओं में आई कमी

गृह मंत्री ने कहा, “हम मानते हैं कि आतंकवाद के खतरे को किसी भी धर्म, राष्ट्रीयता या समूह से नहीं जोड़ा जा सकता है और न ही इसे जोड़ा जाना चाहिए.” उन्होंने कहा, “यह हमारे निरंतर प्रयासों का परिणाम है कि भारत में आतंकवादी घटनाओं में भारी कमी आई है. साथ ही आतंकवाद से होने वाले आर्थिक नुकसान में भी कमी आई है.

पाकिस्तान और चीन पर बोला हमला

अमित शाह ने इस सम्मेलन में पाकिस्तान और चीन पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन दोनों ऐसे देश हैं जो आतंकवाद से लड़ने के हमारे सामूहिक संकल्प में बांधा डालना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि “हमने देखा है कि कुछ देश आतंकवादियों को संरक्षण और आश्रय देते हैं. एक आतंकवादी की रक्षा करना आतंकवाद को बढ़ावा देना है. यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी होगी कि ऐसे तत्व अपने मंसूबों में कभी कामयाब न हों.”

शाह ने कहा कि किसी को भी आंतकवादियों के पनाहगाहों या उनके संसाधनों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए. हमें ऐसे तत्वों के दोगलेपन का भी पर्दाफाश करना है, जो उन्हें समर्थन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवादी और इनके ग्रुप अब आधुनिक हथियारों, सूचना प्रौद्योगिकी और सायबर और फाइनेंस के प्रभाव को बहुत अच्छे समझते हैं. अफगानिस्तान में शासन परिवर्तन का उल्लेख करते हुए, गृह मंत्री ने कहा कि अगस्त 2021 के बाद, दक्षिण एशियाई क्षेत्र में स्थिति बदल गई है और अल-कायदा और आईएसआईएस का बढ़ता प्रभाव क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती के रूप में उभरा है.अधिक पढ़ने के लिए क्लिक करें!

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